गुरुवार, 29 अक्टूबर 2020

आईएएनएस सिंधुवीर: एक नजर में

भारत म्यांमार को जल्द सौंपेगा पहला पनडुब्बी सिंधुवीर, जानें विस्तार से



म्यांमार के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के तहत ही भारत म्यांमार की नौसेना को यह पनडुब्बी इस साल के अंत तक सौंप देगा.


भारत ने पड़ोसी म्यांमार को अपनी एक पनडुब्बी देने का फैसला किया है. भारत ने रक्षा सहयोग के सहारे मजबूत करने के कड़ी में भारतीय नौसैनिक बेड़े से आईएनएस सिंधुवीर को लीज पर देने का फैसला होगा. पूर्वी एशिया के पड़ोसी देशों के साथ प्राचीन पारंपरिक रिश्ते को मजबूत करने के साथ इस क्षेत्र में चीन के वर्चस्व को थामने के लिए मोदी सरकार बीते कुछ सालों से एक्ट ईस्ट नीति पर जोर दे रही है.

म्यांमार के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के तहत ही भारत म्यांमार की नौसेना को यह पनडुब्बी इस साल के अंत तक सौंप देगा. भारत म्यांमार की नेवी को जो आईएनएस सिंधुवीर पनडुब्बी देने जा रहा है, वह उसके बेड़े की पहली पनडुब्बी होगी. दरअसल, इलाके में चीन ने जिस तरह से अपना दबदबा कायम करने की कोशिश की है, उसके बाद भारत भी हिंद महासागर से लेकर दक्षिण चीन सागर तक में अपनी चौकसी बढ़ा चुका है.


भारत एवं म्यांमार के बीच रक्षा साझेदारी


भारत और म्यांमार के बीच यह रक्षा साझेदारी इस लिहाज से बेहद मायने रखती है कि चीन अपने आर्थिक और सामरिक संसाधनों के सहारे पड़ोसी देशों की अर्थव्यवस्था से लेकर रणनीतिक मोर्चो पर अपना प्रभुत्व चाहता है. म्यामांर भी चीन के इस एजेंडे का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है. म्यांमार ने कुछ अर्सा पहले अपनी नौसेना का विंग बनाने की घोषणा की थी तब भारत ने इसमें उसकी मदद का वादा किया था.

भारत सुरक्षा और विकास के प्रति प्रतिबद्व


भारत ने म्यांमार नौसेना को उसके प्रशिक्षण के लिए पहला पनडुब्बी सिंधुवीर देने की घोषणा की है. सागर के अपने दृष्टिकोण के तहत भारत इस पूरे क्षेत्र में सभी की सुरक्षा और विकास के प्रति प्रतिबद्व है. इस दिशा में आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ भारत अपने पड़ोसी देशों की क्षमता निर्माण और आत्मनिर्भरता के लिए भी प्रतिबद्व है.

आईएएनएस सिंधुवीर: एक नजर में


आईएएनएस सिंधुवीर एक डीज़ल इलेक्ट्रिक किलो क्लास सबमरीन है और यह म्यांमार सेना के बेड़े का हिस्सा बनने वाली पहली पनडुब्बी होगी. इतना ही नहीं भारत के किसी दूसरे देश को पनडुब्बी देने का भी यह पहला अवसर होगा.

भारत-म्यांमार संबंध

म्यांमार के साथ भारत की 1600 किलोमीटर से ज़्यादा लंबी साझा ज़मीनी और समुद्री सीमा है. म्यांमार के साथ भारत के विकास संबंधी सहयोग की महत्त्वपूर्ण भूमिका है. भारत और म्यांमार दोनों पड़ोसी हैं. इनके संबंध अत्यन्त प्राचीन और गहरे हैं और आधुनिक इतिहास के तो कई अध्याय बिना एक-दूसरे के उल्लेख के पूरे ही नहीं हो सकते. भारत की राष्‍ट्रीय सुरक्षा के लिए भी म्‍यांमार बहुत महत्‍वपूर्ण है. दोनों देशों ने सीमा क्षेत्र से बाहर प्रचालन करने वाले भारतीय विद्रोहियों से लड़ने के लिए वास्‍तविक समयानुसार आसूचना को साझा करने के लिए संधि की है.
भारत म्यांमार को जल्द सौंपेगा पहला पनडुब्बी सिंधुवीर, जानें विस्तार से


म्यांमार के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के तहत ही भारत म्यांमार की नौसेना को यह पनडुब्बी इस साल के अंत तक सौंप देगा.


भारत ने पड़ोसी म्यांमार को अपनी एक पनडुब्बी देने का फैसला किया है. भारत ने रक्षा सहयोग के सहारे मजबूत करने के कड़ी में भारतीय नौसैनिक बेड़े से आईएनएस सिंधुवीर को लीज पर देने का फैसला होगा. पूर्वी एशिया के पड़ोसी देशों के साथ प्राचीन पारंपरिक रिश्ते को मजबूत करने के साथ इस क्षेत्र में चीन के वर्चस्व को थामने के लिए मोदी सरकार बीते कुछ सालों से एक्ट ईस्ट नीति पर जोर दे रही है.

म्यांमार के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के तहत ही भारत म्यांमार की नौसेना को यह पनडुब्बी इस साल के अंत तक सौंप देगा. भारत म्यांमार की नेवी को जो आईएनएस सिंधुवीर पनडुब्बी देने जा रहा है, वह उसके बेड़े की पहली पनडुब्बी होगी. दरअसल, इलाके में चीन ने जिस तरह से अपना दबदबा कायम करने की कोशिश की है, उसके बाद भारत भी हिंद महासागर से लेकर दक्षिण चीन सागर तक में अपनी चौकसी बढ़ा चुका है.

भारत एवं म्यांमार के बीच रक्षा साझेदारी

भारत और म्यांमार के बीच यह रक्षा साझेदारी इस लिहाज से बेहद मायने रखती है कि चीन अपने आर्थिक और सामरिक संसाधनों के सहारे पड़ोसी देशों की अर्थव्यवस्था से लेकर रणनीतिक मोर्चो पर अपना प्रभुत्व चाहता है. म्यामांर भी चीन के इस एजेंडे का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है. म्यांमार ने कुछ अर्सा पहले अपनी नौसेना का विंग बनाने की घोषणा की थी तब भारत ने इसमें उसकी मदद का वादा किया था.

भारत सुरक्षा और विकास के प्रति प्रतिबद्व

भारत ने म्यांमार नौसेना को उसके प्रशिक्षण के लिए पहला पनडुब्बी सिंधुवीर देने की घोषणा की है. सागर के अपने दृष्टिकोण के तहत भारत इस पूरे क्षेत्र में सभी की सुरक्षा और विकास के प्रति प्रतिबद्व है. इस दिशा में आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ भारत अपने पड़ोसी देशों की क्षमता निर्माण और आत्मनिर्भरता के लिए भी प्रतिबद्व है.

आईएएनएस सिंधुवीर: एक नजर में

आईएएनएस सिंधुवीर एक डीज़ल इलेक्ट्रिक किलो क्लास सबमरीन है और यह म्यांमार सेना के बेड़े का हिस्सा बनने वाली पहली पनडुब्बी होगी. इतना ही नहीं भारत के किसी दूसरे देश को पनडुब्बी देने का भी यह पहला अवसर होगा.

भारत-म्यांमार संबंध

म्यांमार के साथ भारत की 1600 किलोमीटर से ज़्यादा लंबी साझा ज़मीनी और समुद्री सीमा है. म्यांमार के साथ भारत के विकास संबंधी सहयोग की महत्त्वपूर्ण भूमिका है. भारत और म्यांमार दोनों पड़ोसी हैं. इनके संबंध अत्यन्त प्राचीन और गहरे हैं और आधुनिक इतिहास के तो कई अध्याय बिना एक-दूसरे के उल्लेख के पूरे ही नहीं हो सकते. भारत की राष्‍ट्रीय सुरक्षा के लिए भी म्‍यांमार बहुत महत्‍वपूर्ण है. दोनों देशों ने सीमा क्षेत्र से बाहर प्रचालन करने वाले भारतीय विद्रोहियों से लड़ने के लिए वास्‍तविक समयानुसार आसूचना को साझा करने के लिए संधि की है.

मंगलवार, 27 अक्टूबर 2020

भारत की पहली ऑस्कर अवॉर्ड विजेता भानु अथैया का निधन

भारत की पहली ऑस्कर अवॉर्ड विजेता भानु अथैया का निधन


भानु ने कॉस्टयूम डिजाइनर के तौर पर 100 से ज्यादा बॉलीवुड फिल्मों में काम किया था. भानु को साल 1982 में आई फिल्म गांधी के लिए ऑस्कर अवॉर्ड से नवाजा गया था.


भारतीय कॉस्ट्यूम डिजाइनर भानु अथैया का 15 अक्टूबर 2020 को निधन हो गया. वे 91 साल की थीं. लंबी उम्र और खराब स्वास्थ्य के चलते उनका निधन हुआ है. भानु अथैया भारत के लिए पहला ऑस्कर पुरस्कार जीतने वाली महिला थीं. फ़िल्म इंडस्ट्री में उनके योगदान को याद करते हुए सोशल मीडिया में उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है.

भानु ने कॉस्टयूम डिजाइनर के तौर पर 100 से ज्यादा बॉलीवुड फिल्मों में काम किया था. भानु को साल 1982 में आई फिल्म गांधी के लिए ऑस्कर अवॉर्ड से नवाजा गया था. भानु का अंतिम संस्कार दक्षिण मुंबई के चंदनवाड़ी में किया गया है. बॉलीवुड के लिए यह साल बेहद ही दुखभरा है.

भानु अथैया के बारे में

•    भानु अथैया का जन्म कोल्हापुर में 28 अप्रैल 1929 को हुआ था. उनका असली नाम भानुमति अन्नासाहेब राजोपाध्ये था.

•    उन्होंने पत्रिकाओं में फैशन इलस्ट्रेटर के तौर पर फ्रीलांसिंग से शुरआत की थी. उन्होंने इसके बाद एक पत्रिका के लिए काम किया और फिर उन्होंने फिल्मों की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग का काम शुरू किया.

•    उन्होंने अपना करियर देव आनंद की फ़िल्म सीआईडी से 1956 में शुरू किया था. इसके बाद उन्होंने हिंदी सिनेमा के गोल्ड एरा में गुरु दत्त की प्यासा, चौदवीं का चांद और साहिब बीवी और गुलाम जैसी फ़िल्मों के कॉस्ट्यूम डिज़ाइनिंग की.

•    बाद में आमिर ख़ान की लगान, शाहरुख खान की स्वदेस जैसी फ़िल्मों से उनका नाम जुड़ा. स्वदेस उनकी आख़िरी फ़िल्म है.

•    गुलजार के निर्देशन में बनीं फिल्म 'लेकिन' और आशुतोष गोवारिकर द्वारा निर्देशित 'लगान' के लिए भानु अथैया को बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइनर का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था.

•    भानु अथैया ने साल 2012 में ऑस्कर ट्रॉफी को लौटाने की इच्छा जताई थी. वो चाहती थीं कि उनके जाने के बाद ऑस्कर ट्रॉफी को सुरक्षित स्थान पर रखा जाए.

•    उन्हें साल 2009 में हुए फ़िल्मफेयर अवॉर्ड समारोह में लाइफ़टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाज़ा गया था. भानु ने न सिर्फ बॉलीवुड बल्कि हॉलीवुड में भी अपनी कला का प्रदर्शन किया और विदेशी निर्देशकों के साथ भी काम किया.

•    भानु अथैया ने गुरू दत्त, यश चोपड़ा, बी.आर चोपड़ा, राज कपूर, विजय आनंद, राज खोसला और आशुतोष गोवारिकर के साथ कॉस्ट्यूम डिजाइनर के तौर पर काम किया है.

प्रधानमंत्री ने खाद्य और कृषि संगठन की 75 वीं वर्षगांठ पर 75 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया

प्रधानमंत्री ने खाद्य और कृषि संगठन की 75 वीं वर्षगांठ पर 75 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया


प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज खाद्य और कृषि संगठन- एफएओ के 75वें स्‍थापना दिवस के अवसर पर 75 रुपये मूल्‍य का एक स्‍मारक सिक्‍का जारी किया। श्री मोदी ने हाल ही में आठ फसलों की 17 विकसित किस्‍म को राष्‍ट्र को समर्पित किया।

विश्‍व खाद्य दिवस के अवसर पर लोगों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि खाद्य क्रान्ति की दिशा में सरकार के प्रयासों में देश का किसान महत्‍वपूर्ण स्‍तम्‍भ है। उन्‍होंने कहा कि  कोरोना महामारी की विभीषिका से देश को बचाने में किसानों ने बहुमूल्‍य भूमिका निभाई है।

श्री मोदी ने कहा कि यह स्‍मारक सिक्‍का कुपोषण को कम करने में विश्‍व खाद्य संगठन की आधारभूत भूमिका के प्रति भारत की 130 करोड़ जनता की ओर से सम्‍मान का प्रतीक है। उन्‍होंने कहा कि सरकार ने देश में कुपोषण के मुद्दे के समाधान के लिए बहुआयामी कदम उठाये हैं। 

श्री मोदी ने कहा कि एक ओर बच्‍चों और माताओं के लिए पौष्टिक आहार बढ़ाने पर जोर दिया गया है तो दूसरी ओर साफ-सफाई के मानक बढ़ाने के भी प्रबन्‍ध किये गये हैं।

जलजीवन मिशन के माध्‍यम से पेयजल की सुविधा, इन्‍द्रधनुष मिशन के तहत 11 करोड़ शौचालयों का निर्माण, टीके की व्‍यवस्‍था, बालिकाओं के लिए एक रुपये में सेनीटरी पैड तथा शिक्षा पर ध्‍यान दिये जाने जैसे कदम उठाये गये।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 तक किसानों को केवल एक ही किस्‍म के बीज उपलब्‍ध थे। हालांकि पिछले छह वर्षों में सरकार ने 45 किस्‍म के नये बीज उपलब्‍ध कराये। उन्‍होंने कहा कि जब विश्‍व कोरोना महामारी से जूझ रहा था, सरकार ने 80 करोड़ से अधिक लोगों के लिए पौष्टिक आहार उपलब्‍ध कराया गया।

श्री मोदी ने कहा कि 2014 तक देश के केवल 11 राज्‍यों में खाद्य सुरक्षा कानून लागू किया गया था। उन्‍होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने सभी राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों के लिए यह कानून लागू कर दिया है। उन्‍होंने कहा कि भारत सरकार ने वैश्‍विक खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए आवश्‍यक सुधार किये हैं।

नये कृषि संबंधी कानून की सराहना करते हुए उन्‍होंने कहा कि इससे मंडियों के साथ साथ किसान भी मजबूत होंगे। उन्‍होंने कहा कि एपीएमसी मंडियों को प्रतिस्‍पर्धा का लाभ उपलब्‍ध होगा। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि कृषि उत्‍पादक संगठनों के एक वृहद नेटवर्क का सृजन किया जा रहा है जिससे छोटे किसानों के जीवन में क्रान्तिकारी बदलाव आयेगा। उन्‍होंने कहा कि नये कानून में बाजारों में कृषि उत्‍पाद की बिक्री में बिचौलियों की कोई भूमिका नहीं होगी। उन्‍होंने कहा कि इन नये प्रावधानों से किसानों को अपने उत्‍पाद की अच्‍छी कीमत मिलेगी।

श्री मोदी ने जोर देकर कहा कि इन नये प्रावधानों से किसानों को किसी भी समय अनुबंध समाप्‍त करने की आजादी होगी। उन्‍होंने किसानों को आश्‍वस्‍त किया कि नये प्रावधानों के अन्‍तर्गत जो भी अनुबंध किये जायेंगे, वे कृषि उत्‍पाद से संबंधित होंगे और इसका किसानों की भूमि पर कोई असर नहीं पडे़गा।

कार्यक्रम में केन्‍द्रीय कृषि मंत्री नरेन्‍द्र सिंह तोमर, महिला और बाल विकास मंत्री स्‍मृति ईरानी, खाद्य और कृषि संगठन के वरिष्‍ठ अधिकारी तथा अन्‍य मंत्री उपस्थित थे। देश के आंगनबाड़ी, कृषि विज्ञान केन्‍द्र, ऑर्गेनिक और बागवानी मिशनों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।

बुधवार, 14 अक्टूबर 2020

करेंट अफेयर्स 2020

✔️✔️📝करेंट अफेयर्स 2020

1). हाल ही में किस राज्य सरकार की कैबिनेट ने राजधानी में ट्री ट्रांसप्लांटेशन पॉलिसी को मंजूरी दी है?
उत्तर – दिल्ली

—–> हाल ही में दिल्ली सरकार की कैबिनेट ने राजधानी में ट्री ट्रांसप्लांटेशन पॉलिसी को मंजूरी दी है।
इसके तहत अब किसी भी प्रोजेक्ट में आने वाले पेड़ों में से 80% को ट्रांसप्लांट करना अनिवार्य होगा।
यानी कि अब जितने पेड़ काटे जाएंगे उस से 10 गुना ज्यादा पौधे लगाने होंगे।

2). हाल ही में किस टेनिस खिलाड़ी ने अपना तेरवा फ्रेंच ओपन पुरुष एकल का खिताब जीत लिया है?
उत्तर – राफेल नडाल

—–> हाल ही में टेनिस स्टार राफेल नडाल ने नोवाक जोकोविच को हराकर अपना 13वां फ्रेंच ओपन खिताब तथा 20वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीत लिया है। इसके अलावा युवा पॉलिश खिलाड़ी गंगा स्वोटेक ओपन खिताब जीतने वाली सबसे कम रैंक की महिला बनी है।

3). हाल ही में भारतीय मूल के विख्यात शिक्षाविद श्रीकांत दातार को किस स्कूल का डीन नामित किया गया है?
उत्तर – हार्वर्ड बिजनेस स्कूल

—–> भारतीय मूल के विख्यात शिक्षाविद श्रीकांत दातार को हाल ही में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल का नया डीन नियुक्त किया गया है। यह हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के प्रोफेसर के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे

4). किस व्यक्तित्व को सम्मानित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हाल ही में 100 रुपए मूल्य का स्मारक सिक्का जारी किया है?
उत्तर – विजयाराजे सिंधिया

—–> प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हाल ही में विजयाराजे सिंधिया के जन्म शताब्दी समारोह पर ₹100 का सिक्का जारी किया है। ग्वालियर की राजमाता कही जाने वाली विजयाराजे सिंधिया का जन्म 1919 में हुआ था।

5). हाल ही में किस राज्य सरकार ने “मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना” का शुभारंभ किया है?
उत्तर – उत्तराखंड

—–> हाल ही में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून में “मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना” की शुरुआत की है
जिसका मुख्य उद्देश्य युवाओं के स्वरोजगार को बढ़ावा देने के साथ ही हरित ऊर्जा के उत्पादन को भी बढाना है।
इस योजना के प्रत्येक लाभार्थी को 25 किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र भी आवंटित किए जाएंगे।



6). भारत तथा अमेरिका के बाद हाल ही में किस देश ने भी टिक-टॉक ऐप को बैन कर दिया है?
उत्तर – पाकिस्तान

—–> भारत तथा अमेरिका में टिक टॉक बंद होने के बाद अब पाकिस्तान ने भी टिक टॉक एप को बैन कर दिया है। इस वीडियो शेयरिंग एप टिक टॉक को पाकिस्तान में अश्लीलता फैलाने के कारण ब्लॉक कर दिया गया है।

7). विश्व मोटापा दिवस कब मनाया जाता है?
उत्तर – 11 अक्टूबर

—–> प्रत्येक वर्ष 11 अक्टूबर को विश्व मोटापा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य मोटापे और उससे होने वाली बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करना है। मना जाता है कि मोटापा बहुत सी गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है मोटापे की वजह से डायबिटीज, हाइपरटेंशन, जोड़ों में दर्द, कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है

8). हाल ही में किस राज्य के भूतपूर्व सैनिकों को “समूह ख” के पदों पर 5 फ़ीसदी आरक्षण दिए जाने की घोषणा की गई है?
उत्तर – उत्तर प्रदेश

—–> हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा भूतपूर्व सैनिकों “समूह ख” के पदों पर 5 फ़ीसदी आरक्षण दिए जाने की घोषणा की है। इस 5 फ़ीसदी आरक्षण में तीनों सेनाओं से रिटायर तथा पूर्व सैन्य कर्मी भी शामिल होंगे। 

9). 9 से 15 अक्टूबर तक कौन सा सप्ताह मनाया जा रहा है?
उत्तर – राष्ट्रीय डाक सप्ताह

—–> 9 से 15 अक्टूबर तक भारतीय डाक विभाग, राष्ट्रीय डाक सप्ताह के रूप में मना रहा है। 1874 में बर्न में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन की स्थापना की वर्षगांठ के तौर पर इसे मनाया जाता है। 

10). विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस कब मनाया जाता है?
उत्तर – 10 अक्टूबर

—–> प्रत्येक वर्ष 10 अक्टूबर को विश्व भर में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
10 अक्टूबर 1992 को इस दिवस को मनाने की शुरुआत की गई 


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